55. साखमय अनुदान योजना
“साख़मय (सक्षम) अनुदान योजना” आम तौर पर दिव्यांग (विशेष रूप से ≥ 40% दिव्यांगता वाले) व्यक्तियों के सशक्तिकरण के लिए चलाई जाती है। यह आत्म-निर्भर बनने, शिक्षा या व्यवसाय हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करती है ।
📌 मुख्य जानकारी
- योजना का उद्देश्य: दिव्यांग व्यक्तियों को आर्थिक सहायता देकर उनकी शिक्षा, कौशल या स्वरोज़गार का विकास करना
लाभार्थी पात्रता:
- न्यूनतम 40% दिव्यांगता,
- AICTE मान्यता प्राप्त संस्थान में छात्र – शैक्षणिक अनुदान के लिए,
- परिवार की वार्षिक आय ≤ ₹8 लाख
- अनुदान राशि: शैक्षणिक अनुदान में ₹50,000 प्रति वर्ष तक
📝 फॉर्म भरने की प्रक्रिया
✅ ऑनलाइन आवेदन (सक्षम शिष्यवृत्ति हेतु):
👉 राष्ट्रीय शिष्यवृत्ति पोर्टल पर जाएं (NSP)।
- “Scholarship for Differently Abled Persons” सेक्शन चुनें।
- New Registration करें:
- आधार, मोबाइल, ईमेल OTP वेरिफिकेशन।
- लॉगिन करें और फॉर्म में निम्न जानकारी भरें:
- व्यक्तिगत विवरण (नाम, जन्मतिथि, पता)
- दिव्यांग प्रमाणपत्र विवरण (संख्या, जारी तिथि)
- शैक्षणिक जानकारी (संस्थान, कोर्स, वर्ष, फीस आदि)
- परिवार की वार्षिक आय
- बैंक खाता जानकारी
- दस्तावेज़ अपलोड करें:
- दिव्यांग प्रमाणपत्र,
- संस्थान की bonafide/fee certificate,
- आय प्रमाण पत्र (परिवार),
- आधार कार्ड कॉपी,
- बैंक पासबुक।
जानकारी चेक करें → Submit करें।
✅ ऑफ़लाइन आवेदन (यदि उपलब्ध हो तो):
- जिला/राज्य सामाजिक कल्याण विभाग से आवेदन फॉर्म लें।
- ऊपर दिए विवरण उसी फॉर्म में भरे।
- ज़रूरी दस्तावेज संलग्न करें (चेकलिस्ट देखें)।
- फॉर्म संबंधित कार्यालय में जमा करें (CS Dept या सूचना केंद्र)।
📌 👉 टिप्स:
- अपलोड किए गए दस्तावेज़ स्पष्ट और अंतरराष्ट्रीय (PDF/JPG ≤ 1 MB) हों।
- फॉर्म भरते समय जानकारी सावधानीपूर्वक सितंबर करें – गलती से आवेदन अस्वीकृत हो सकता है।
- आधार नंबर, दिव्यांग प्रमाणपत्र जानकारी, बैंक विवरण सही भरें।
- छात्रवृत्ति का भुगतान सीधे बैंक खाते (DBT) में होगा।
🎯 यदि आप:
- शिक्षार्थी हैं – तो NSP पोर्टल से आवेदन करें।
- स्वरोज़गार हेतु अनुदान चाहते हैं – संबंधित राज्य/जिला विकलांग कल्याण विभाग से जानकारी लें।
- यदि आप बताएं:
- आप किस राज्य या ज़िले से हैं?
- शैक्षणिक सहायता या स्वरोज़गार अनुदान चाहते हैं?
तो मैं आपको सीधा फॉर्म, ऑनलाइन लिंक, और सरकारी पोर्टल की मदद से जोड़ सकता हूँ।
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