34. मिशन इंद्रधनुष अभियान-
मिशन इंद्रधनुष अभियान – संक्षिप्त जानकारी 🌈
1. शुरुआत और उद्देश्य
– मिशन इंद्रधनुष भारत सरकार द्वारा 25 दिसंबर 2014 को शुरू किया गया था, इसका लक्ष्य था उन बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण की पूर्ण सुविधा देना जो पहले अनटैम्पोट या आंशिक रूप से कवर थे
– मूल रूप से यह अभियान सात खतरनाक वैक्सीन-रोधी बीमारियों (डिप्थीरिया, पर्टुसिस, टिटनेस, पोलियो, तपेदिक, खसरा, हेपेटाइटिस B) के खिलाफ था
2. कार्यान्वयन योजना
– अभियान को पहले 201 अधिक प्राथमिकता वाले जिलों में शुरू किया गया, जिनमें से 82 केवल उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश व राजस्थान जैसे राज्यों में थे
– इसके बाद इसे कई चरणों (फेज़) में फैलाया गया, जिसमें विस्तारित एवं सघन (IMI) मिशन शामिल थे
3. प्रभाव और उपलब्धियाँ
– चार चरणों में अगस्त 2017 तक अभियान की पहुँच: 2.53 करोड़ बच्चों और 68 लाख गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण मिला
– पूर्ण टीकाकरण कवरेज की वार्षिक वृद्धि दर 1% से बढ़कर 6.7% हुई हुई
– शोधों से पता चला कि अभियान के तहत 25.5 मिलियन बच्चों और 6.9 मिलियन गर्भवती महिलाओं को टीका लगा, और नियमित समय पर टीकाकरण 8% बेहतर हुआ
4. सघन मिशन इंद्रधनुष (IMI)
– अक्टूबर 2017 में इंटेंसिफाइड मिशन इंद्रधनुष (IMI) शुरू हुआ, जिसका मकसद बची हुई कवरेज को तेजी से पूरा करना और 2020 तक 90% से अधिक नियमित टीकाकरण सुनिश्चित करना था
– IMI 5.0 (अक्टूबर 2023) में देश के सभी जिलों को शामिल किया गया और इसमें 5 वर्ष तक के बच्चों को भी कवर किया गया, जिससे विक्षिप्त और छूटे हुए लाभार्थियों तक पहुँच बनी
5. टीकों का विस्तार
– आरंभ में 7 टीके शामिल थे। बाद में, रूबेला, जापानी एन्सेफलाइटिस, बायवैलेंट पोलियो वैक्सीन, रोटावायरस, और न्यूमोकॉकस वैक्सीन जैसी अतिरिक्त वैक्सीनें भी जोड़ी गईं
6. चुनौतियाँ और रणनीति
– अभियान ने निम्न टोच-योग्य इलाकों में विशेष रणनीति अपनाई और छोटे बच्चें तक पहुँच सुनिश्चित की।
– WHO, UNICEF सहित अन्य सहयोगियों ने तकनीकी सहायता दी और मीडिया, स्थानीय नेतृत्व के माध्यम से जागरूकता फैलाई गई ।
✨ सारांश
मिशन इंद्रधनुष स्वास्थ्य मंत्रालय का प्रमुख टीकाकरण अभियान है जो 2014 में शुरू होकर अब तक अनेक चरणों में चल चुका है। इसका उद्देश्य काट-अप रणनीति द्वारा उन बच्चों और गर्भवती महिलाओं तक पहुंचना है जो नियमित UIP के दायरे से छूट गए थे। इससे टीकाकरण कवरेज में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और भारत में बचपन की कई जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा सुनिश्चित हुई है।
यदि आप किसी विशेष चरण, इसके आंकड़ों, टीकों या भविष्य की योजना के बारे में और जानना चाहते हैं, तो बेझिझक पूछें!
"फ़ॉर्म कैसे भरें" के बारे में आपको सही तरीके से मार्गदर्शन करने के लिए, मुझे यह जानना होगा कि आप किस विशिष्ट फ़ॉर्म की बात कर रहे हैं। लेकिन यहाँ एक सामान्य चरण-दर-चरण प्रक्रिया दी गई है जो अधिकांश ऑनलाइन आवेदन फ़ॉर्म पर लागू होती है, जिसमें मिशन इंद्रधनुष जैसी सरकारी योजनाएँ, परीक्षा फ़ॉर्म या नौकरी फ़ॉर्म शामिल हैं:
आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ:
उदाहरण: सरकारी योजनाओं के लिए, .gov.in (जैसे, https://www.india.gov.in) पर समाप्त होने वाली साइट या आधिकारिक स्वास्थ्य विभाग पोर्टल पर जाएँ।
संबंधित फ़ॉर्म अनुभाग खोजें:
“ऑनलाइन आवेदन करें”, “पंजीकरण”, या “आवेदन फ़ॉर्म डाउनलोड करें” जैसे लिंक देखें।
मिशन इंद्रधनुष के लिए, फ़ॉर्म स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा भरा जा सकता है और सार्वजनिक व्यक्तिगत भरने के लिए नहीं हो सकता है।
रजिस्टर/लॉगिन (यदि आवश्यक हो):
अपना ईमेल/मोबाइल नंबर दर्ज करें, और पासवर्ड या ओटीपी-आधारित लॉगिन बनाएँ।
व्यक्तिगत विवरण भरें:
नाम (आईडी प्रूफ के अनुसार)
जन्म तिथि
लिंग
पता (स्थायी और वर्तमान)
संपर्क नंबर और ईमेल
दस्तावेज अपलोड करें:
फोटोग्राफ
आईडी प्रूफ (आधार, पैन, आदि)
जाति/आय/निवास प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
हस्ताक्षर (स्कैन किए गए)
फ़ॉर्म की समीक्षा करें:
वर्तनी, तिथि और दस्तावेज़ अपलोड की दोबारा जाँच करें।
फ़ॉर्म सबमिट करें:
“सबमिट” या “फाइनल सबमिट” पर क्लिक करें।
सबमिट करने के बाद, आपको एक पंजीकरण संख्या या पीडीएफ कॉपी मिल सकती है। इसे सेव या प्रिंट करें।
भुगतान (यदि लागू हो):
नेट बैंकिंग, यूपीआई या कार्ड का उपयोग करें।
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